Ujjwal Drishti Yojana: हरियाणा में अब आंखों की रोशनी केवल एक जैविक क्षमता नहीं, बल्कि सरकार की संवेदनशीलता और नई सोच की प्रतीक बन गई है। जब कोई बच्चा क्लासरूम में बोर्ड की लिखावट नहीं पढ़ पाता या जब किसी बुजुर्ग की आंखें अख़बार के अक्षरों को पहचानने में असमर्थ हो जाती हैं, तो वो केवल उनकी दृष्टि की नहीं, बल्कि पूरे जीवन की चुनौती बन जाती है। ऐसे में हरियाणा सरकार की Ujjwal Drishti Yojana उन सभी के लिए एक नई रोशनी लेकर आई है, जो वर्षों से इस बुनियादी ज़रूरत से वंचित थे।
एक नई शुरुआत: आरती सिंह राव ने दिखाई राह
11 जुलाई 2025 का दिन हरियाणा के लिए विशेष बन गया, जब राज्य की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव ने Ujjwal Drishti Yojana का औपचारिक शुभारंभ किया। यह महज एक सरकारी कार्यक्रम नहीं था, बल्कि उस सोच की शुरुआत थी, जिसमें सरकार ने जनता की आंखों के जरिए उनके भविष्य को साफ़ देखने की पहल की।
Ujjwal Drishti Yojana केवल दृष्टि सुधार की बात नहीं करती, यह लोगों की ज़िंदगी को फिर से सहज, सुगम और सार्थक बनाने का एक सामाजिक प्रयास है। सरकार ने ये साबित किया है कि जब नीयत साफ हो, तो योजनाएं सिर्फ कागज़ पर नहीं रहतीं, ज़मीन पर भी उतरती हैं।
बच्चों की किताबों से लेकर बुजुर्गों के चश्मों तक पहुंची रोशनी
Ujjwal Drishti Yojana का मूल उद्देश्य बहुत सरल लेकिन गहराई से भरा है स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त चश्मे देना, ताकि पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कमी उनकी दृष्टि के कारण न हो। वहीं, 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को निकट दृष्टि सुधार के लिए सहयोग देना, ताकि वे अपनी दैनिक ज़िंदगी की गतिविधियों में आत्मनिर्भर रह सकें।
किसी बच्चे के लिए चश्मा सिर्फ एक फ्रेम और लेंस नहीं होता, वह उसका भविष्य साफ़ देखने का जरिया बनता है। और किसी बुजुर्ग के लिए यह वही दृष्टि है, जो कभी धुंधली पड़ गई थी अब वापस लौट आई है।
लाखों मुस्कुराहटों का नाम बनी यह योजना
अब तक Ujjwal Drishti Yojana के अंतर्गत 1.4 लाख से अधिक चश्मों का वितरण किया जा चुका है। यह कार्य हरियाणा के 22 जिला अस्पतालों, 50 उपमंडलीय अस्पतालों और 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से बड़े पैमाने पर किया गया। ये आंकड़े केवल सरकारी रिकॉर्ड नहीं, बल्कि उन चेहरों की गवाही हैं जो अब पहले से ज्यादा आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
Ujjwal Drishti Yojana को नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस एंड विजुअल इम्पेयरमेंट के तहत संचालित किया जा रहा है और यह देश में अपनी तरह की सबसे बड़ी और व्यापक योजना के रूप में देखी जा रही है।
Ujjwal Drishti Yojana: रोशनी से आगे की बात
हरियाणा सरकार की यह पहल न केवल एक स्वास्थ्य योजना है, बल्कि यह एक सामाजिक क्रांति का प्रतीक है। शिक्षा, आत्मनिर्भरता और जीवन की गुणवत्ता को एक साथ सुधारने वाली यह योजना हर वर्ग, हर आयु और हर क्षेत्र को छू रही है।
स्कूल के बच्चे अब स्पष्ट रूप से ब्लैकबोर्ड पर लिखा हर शब्द पढ़ पा रहे हैं। उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, पढ़ाई में दिलचस्पी बढ़ी है। वहीं, बुजुर्गों के जीवन में वह खोया हुआ आत्मविश्वास लौट आया है, जो धुंधली होती आंखों की वजह से कहीं खो गया था।
जब रोशनी के साथ लौटे आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता
Ujjwal Drishti Yojana सिर्फ़ चश्मे बांटने का काम नहीं कर रही, यह लोगों को उनकी दृष्टि के साथ-साथ आत्मबल भी लौटा रही है। यह साबित करता है कि जब सरकार की नीयत ईमानदार होती है, तो योजनाएं सिर्फ़ लाभ नहीं देतीं, बल्कि ज़िंदगियों को बदल देती हैं।
अब हरियाणा में हर चेहरा मुस्कुरा रहा है क्योंकि अब उन्हें जीवन, सपनों और अवसरों की दुनिया साफ़ दिखाई दे रही है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न समाचार स्रोतों और सरकारी घोषणाओं पर आधारित है। योजना से जुड़ी किसी भी जानकारी, पात्रता या लाभ को प्राप्त करने से पहले संबंधित विभाग या आधिकारिक वेबसाइट से पुष्टि अवश्य करें।
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